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Bronze-winged Jacana with Two Babies - This is how they carry their babies when they feel threat. Care and affection.
बागों में जब रसीले आम अमरूद आडू जैसे फल पकने लगते हैं... फलदार वृक्षों की ओर से सबसे प्रथम दावत का आमंत्रण तोता जैसे पक्षियों को ही मिलता है।
फलों के रसास्वादन में तोता अग्रिम पंक्ति में होता है..।
एक आम धारणा यह बनी हुई है कि तोता के द्वारा कुतरे गए फल बड़े ही मीठे होते हैं।
विचारणीय यह है कुतरे हुए फल तोते के खाने से पहले ही पके हुए थे या खाने के पश्चात पके..।
वैज्ञानिक अध्ययनों से इसका सटीक निष्कर्ष निकल कर आया है ,वह बड़ा ही हतप्रभ करने वाला है।
तोता कच्चे फलों को नहीं खाता... वह पके हुए फलों को ही खाता है।
तोता जैसे फलाहारी पक्षियों की आँखें बहुत ही संवेदनशील होती हैं, वे सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों को भी देख पाते हैं...
डाल पर पके हुए फल, कच्चे फल दोनों की केमिस्ट्री तथा सूर्य किरणों से उनकी प्रतिक्रिया अलग-अलग होती है...
पके हुए फल अल्ट्रावॉयलेट किरणों को पूरी तरह रिफ्लेक्ट करता है...।
तोता अपनी आँखों से अल्ट्रावॉयलेट किरणों को पेड़ व फल की पत्तियों के बैकग्राउंड में देख लेता है... तोता चुन चुन कर ऐसे पके हुए फलों को ही खाता है...|
शोधकर्ता तो इस निष्कर्ष पर पहुँच गए हैं कि फलदार वृक्ष ही तोता जैसे फल भोगी पक्षियों को सबसे पहले आमंत्रित करते हैं तमाम भौतिक रासायनिक संकेतों के माध्यम से...|
वृक्ष जानते हैं उनकी वंश वृद्धि ऐसे पक्षियों के द्वारा खाए गए फलों के बीजों के पक्षियों द्वारा जहाँ -तहाँ डालने से ही होती है..|
वृक्ष और पक्षियों का यह संबंध बहुत प्राचीन है...|
हमने यह भी देखा है तोता खाता एक फल है जमीन पर गिराता 10 फल है...
तोते द्वारा खाद्यान्न की बर्बादी होती है यह भी एक धारणा बनी हुई है।
पक्षियों पर अध्ययन करने वाले Oreanthologist पहले ऐसा ही समझते थे... लेकिन साल 2006 में 17 से ज्यादा देशों के 100 से अधिक प्रजातियों के तोतों के इसी व्यवहार पर अध्ययन हुआ....
शोध में वनस्पति विज्ञानियों की भी मदद ली गई|
यह शोध निष्कर्ष निकलकर आया जो बड़ा ही दिलचस्प है... तोते जैसे पक्षी फल की बर्बादी नहीं करते,
किसी भी फलदार वृक्ष का जो प्रथम फलन होता है तोता उसके उन्हीं फलों को कुतरकर गिराते हैं, जिनके विकसित होने की संभावना अच्छे फल के रूप में बहुत कम है,
उन्हें शाखा से काटकर यदि नहीं गिराया जाए तो अन्य फलों का विकास स्वाद प्रभावित होगा...
यहाँ तोते कुदरत के माली की भूमिका में होते हैं| कितना हैरतअंगेज है यह सब।
पद, प्रतिष्ठा, व्यक्तिगत अहम, अकड़ के दायरे से बाहर निकल कर देखिए प्रकृति ऐसी परमात्मा की बनाई हुई हैरतअंगेज अद्भुत विचित्र व्यवस्थाओं से भरी हुई है....|
तोते जैसे जीवो का इकोसिस्टम नेचर में अहम योगदान है|
अब किसी बाग से तोतों को मत उड़ाना...
आप यदि ऐसा करते हैं तो आप बाग को उजड़ने से बचा नहीं रहे बाग को उजाड़ रहे हैं।