Birthday Song in Samskrit : || जन्मदीनं श्लोक ||
-
सुदिनम सुदिनम जन्मदीनं तव | भवतु मंगलं जन्मदीनं ||
चिरंजीव कुरु किर्तीवर्धनं | चिरंजीव कुरु पुण्यावर्धनं ||
विजयी भवतु सर्वत्र सर्वदा | जगति भवतु तव सुयशगानं ||
Wishing you a wonderful day on your birthday. Let this be sacred and auspicious day for you. Wish you long live with a good fame and wish you long live with your good deeds. Wish you always make ever great achievements and let the world praise you for your success.
-
चिरञ्जीव चिरञ्जीव चिरञ्जीव सुखी भव शतम् जीव शतम् जीव शतम् जीव सुखी भव.
-
Happy birthday to you Happy birthday to you Happy birthday dear---- Happy birthday to you
-
-
- Shri Sampadananda Mishra
- Shri Sampadananda Mishra
-
वाढदिवसाच्या मनःपूर्वक हार्दिक शुभेच्छा
जिवेत शरदं शतं।
सुदिनं सुदिनं तव जन्मदिनं, भवतु मंगलं तव जन्म दिनं।
उदंड आयुरारोग्य लाभो हीच ईश्वर चरणी प्रार्थना. -
दीघयियरोग्ययस्तु। सुयशः भवतु। विजयः भवतु। जन्मदिनशुभेच्छा:।।
-
Sohar
जुग जुग जियसु ललनवा,
भवनवा के भाग जागल हो,
ललना लाल होइहे,
कुलवा के दीपक मनवा में,
आस लागल हो ॥
आज के दिनवा सुहावन,
रतिया लुभावन हो,
ललना दिदिया के होरिला जनमले,
होरिलवा बडा सुन्दर हो ॥
नकिया तहवे जैसे बाबुजी के,
अंखिया ह माई के हो
ललन मुहवा ह चनवा सुरुजवा त सगरो,
अन्जोर भइले हो ॥
सासु सुहागिन बड भागिन,
अन धन लुटावेली हो
ललना दुअरा पे बाजेला बधइया,
अन्गनवा उठे सोहर हो ॥
नाची नाची गावेली बहिनिया,
ललन के खेलावेली हो
ललना हंसी हंसी टिहुकी चलावेली,
रस बरसावेली हो ॥
जुग जुग जियसु ललनवा,
भवनवा के भाग जागल हो
ललना लाल होइहे,
कुलवा के दीपक मनवा में,
आस लागल हो ॥
11."शुभ जन्मदिनं तुभ्यं"
"सकलं सफलं भूयात"
सकलं च शुभं भूयात"
त्वं जन्मदिवस्य हार्दिक शुभकामनाएँ भवति ।
ओ३म् तच्चक्षुदेंवहितं पुरस्ताच्छुक्रमुच्चरत् । पश्येम शरद: शतज्जीवेम शरद: शतं श्रृणुयाम शरद: शतम्प्रबवाम शरद: शतमदीना: स्याम शरद: शतम्भूयश्च शरद: शतात् ।
आप हंमेशा स्वस्थ, सुखी और ख़ुश रखे। । आप आयुष्मान, यशस्वी, पुरुषार्थी, प्रतापी बनो।
शुभ जन्मदिनं तुभ्यं
सकलं मधुरम् भूयात
हमारी गाथाओं मे ( रामायण, महाभारत, किसी भी राजा महाराजाओं की गाथाओं मे किसी भी पात्र का जन्मदिन प्रत्येक वर्ष उसी के जीवनकाल मे उत्सव के रूप मे मनाने का वर्णन नही है ।।
महापुरुषों , देवों का जन्मोत्सव मनाने की परम्परा हमारे भारत की संस्कृति है ।
सामान्य जन का जन्मदिन/ B'day सेलीब्रेशन पश्चिमी मानसिकता की एक चाल /षड्यंत्र है - जिसका उद्देश्य हमें ही हमारे महापुरुषों/देवो से दूर कर मात्र स्वयं मे ही मंत्रमुग्ध रखने का प्लान है
Bharti Raizada